नमस्कार आज हम सड़क सुरक्षा पर निबंध Essay on Road Safety in Hindi पढ़ेगे। इस निबंध में हम जानेगे कि सड़क सुरक्षा क्या है इसका महत्व, आवश्यकता, रोड सेफ्टी वीक, रूल्स आदि के बारे में छोटा बड़ा निबंध स्टूडेंट्स के लिए दिया गया है।
रोड एक्सीडेंट्स इन इंडिया के मुताबिक़ हर वर्ष तेजी से सड़क हादसों की संख्या बढ़ रही हैं. भारत में सड़क दुर्घटना की स्थिति इतनी भयावह है कि प्रति घंटे 18 लोग सड़क हादसे का शिकार होकर अपना जीवन गंवा देते है वही प्रति घंटे औसतन 44 लोग घायल भी हो जाते है.
सड़क सुरक्षा पर निबंध Essay on Road Safety in Hindi

यहाँ स्कूल स्टूडेंट्स के लिए महत्वपूर्ण जन मुद्दे सड़क सुरक्षा पर दो निबंध विभिन्न शब्द सीमा में दिए गये हैं. आप अपनी जरूरत के हिसाब से इनकी लेंथ को मैनेज कर सकते हैं साथ ही शैक्षणिक उपयोग हेतु इसका प्रयोग भी कर सकते हैं.
भारत में सड़क सुरक्षा की स्थिति पर निबंध
स्वतंत्रता के बाद से सड़क चुनावों और राजनीति का मुख्य मुद्दा रहा है. इसके दो बड़े कारण है सड़क आम आदमी के जीवन से जुड़ा अहम विषय हैं साथ ही संसार की सबसे अधिक सड़कों वाले देशों की सूची में भारत दूसरे स्थान पर है.
भारत में करोड़ो किलोमीटर लम्बा सड़क परिवहन है जिनके निर्माण और रखरखाव में बड़ी मात्रा में व्यय होता है. आज भी आम जन में सड़क दुर्घटनाओं के प्रति चेतना बहुत कम है. हर साल करोड़ों दुर्घटनाएं होती है जिसमें लाखों लोग अपनी जान गंवाते हैं.
एक शोध के अनुसार स्वतंत्रता के बाद से अब तक दस करोड़ से अधिक लोग सड़क हादसों में अपनी जान गंवा चुके हैं, इसके बाद भी इस समस्या को गम्भीरता से नहीं लिया जाता हैं.
हर साल बड़ी संख्या में हो रही सड़क दुर्घटनाओं को सड़क सुरक्षा के कानूनों को कठोर करके और आमजन को इनके प्रति जागरूक करके कम किया जा सकता है.
भारत में सड़क सुरक्षा के कठोर नियमों और व्यवस्था अन्य देशों के मुकाबले पर्याप्त नहीं हैं. वर्तमान में देश में मोटर वाहन अधिनियम 2019 पारित किया गया. इस नयें कानून के जरिये यातायात नियमों का अतिक्रमण, ड्राइविंग लाइसेंस, वाहन गति पर नियंत्रण में नई तकनीकों को शामिल किया गया हैं.
सड़क सुरक्षा के बारे में जागरूकता की कमी के कारण दर्दनाक हादसे आए रोज सुनने में मिलते है. कई बार ये वाहन चालक की गलती से तो कभी पैदल यात्रियों के कारण होते हैं. इन हादसों से बचाव के लिए ही ट्रेफिक नियम बनाए जाते है, जिनका हम सभी को पालन करना चाहिए.
सड़क सुरक्षा निबंध 500 वर्ड्स
प्रस्तावना
आज के समय में सड़क दुर्घटना आम बात हैं जिसका मुख्य कारण सड़क सुरक्षा की ओर ध्यान न देना हैं.
रोड सेफ्टी निबंध में हम जानेगे कि किस तरह वाहन चालक की लापरवाही नशे में गाड़ी चलाने ट्रेफिक के नियमों की अवहेलना करने से रोजाना सड़क दुर्घटनाएं बढ़ती जा रही हैं.
सड़क सुरक्षा के नियमों की अनुपालना व जन जागृति में मीडिया की क्या भूमिका हैं.
सड़क सुरक्षा में मिडिया की भूमिका
हम आए दिन अख़बार में पढ़ते हैं कि सड़क दुर्घटना में कई लोगों की मृत्यु हो गई हैं. या गंभीर रूप से घायल हो गया हैं. प्रशासन द्वारा सड़क सुरक्षा अभियान चलाकर इन घटनाओं के प्रति लोगों को जागरूक किया जाता हैं. यातायात के नियमों की जानकारी लोगों को विभिन्न माध्यमों से दी जाती हैं.
सड़क सुरक्षा अभियान में मीडिया की भूमिका खास हो जाती हैं. मीडिया लोगों को संदेशों विज्ञापनों के माध्यम से यातायात के नियमों का पालन करने हेतु प्रेरित करे. उसे सड़क सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आवश्यकता अनुसार सकारात्मक सूचनाएं प्रसारित करनी चाहिए.
सामाजिक विज्ञापन से घर और सड़कों पर जीवन की सुरक्षा संबंधी संदेश देना चाहिए. मीडिया को स्पष्ट और निष्पक्ष विचार रखने चाहिए ताकि लोगों के विचारों में सकारात्मक प्रभाव पड़े. कुछ विज्ञापन गैर जिम्मेदाराना तरीके से उच्च क्षमता के वाहनों का प्रदर्शन स्टंट के द्रश्य सहित बिना वैधानिक चेतावनी के प्रसारित कर दिए जाते हैं.
बिना वैधानिक चेतावनी के ऐसे विज्ञापन नही होने चाहिए, क्योंकि बच्चें व युवा इन दृश्यों का अनुसरण कर चोटग्रस्त हो सकते है. वाहन चालन के समय निम्निलिखित सावधानियां रखे.
सड़क सुरक्षा के सामान्य नियम व सावधानियां (road safety rules in hindi)
- वाहन चालक के पास वैध ड्राइविंग लाइसेंस हो.
- दुपहिया वाहन चालक और सवार हेलमेट का प्रयोग करे, चौपहिया वाहन के चालक व सवार सीट बेल्ट का प्रयोग करे.
- वाहन चलाते समय मोबाइल का प्रयोग न करे.
- तेज ड्राइविंग से बचे और वाहन निर्धारित गति सीमा में चलावें.
- नशा करके वाहन न चलावें.
- यातायात के नियमों का पालन करे.
- अपनी लेन में ही चले और यातायात संकेतकों का पालन करे.
- आम सड़क पर चलते समय स्टंटबाजी नही करनी चाहिए.
भारत में यातायात के मुख्य संकेत (Traffic signals Meaning )
सड़क सुरक्षा जितनी वाहन चालक के लिए आवश्यक हैं, ठीक उतना ही जरुरी आम आदमी के लिए हैं. यातायात के नियमों व संकेतों की साधारण जानकारी व अर्थ हमें पता होना चाहिए.
भारत में सडकों के मुख्य संकेत के रूप में हर चौराहे पर तीन रंग की लाइट लगी रहती हैं. जो नीचे दिए गये चित्र के अनुसार होती हैं. इनकी तीनों लाइट का क्या अभिप्राय हैं.
- लाल बत्ती : यह संकेत आपकों रुकने का इशारा कर रहा हैं. अन्य पथ को खोलने के कारण आपके रास्ते को कुछ समय के लिए रोका गया हैं. इसलिए लाल बत्ती जलने पर आप जिस स्थति में हो रुक जाए.
- पीली बत्ती-यह लाइट लाल लाईट के बंद होने के तुरंत बाद जलती हैं. इसका अर्थ हैं तैयार हो जाइए अब आपकों चलने का संकेत मिलने वाला हैं. हम कई बार देखते हैं. लोग पीली बत्ती के जलते ही अपने वाहन को स्टार्ट कर जल्दी से भागने को आतुर रहते हैं. ऐसा अपना वाहन चालू कर आराम से आगे बढ़ना चाहिए.
- हरी बत्ती– इसका अर्थ हैं यू कैन गो नाउ, अब आप आगे बढ़ सकते हैं. आपका रास्ता साफ़ हैं
सड़क सुरक्षा निबंध 2 (600 words)
प्रस्तावना
हम सभी सड़क का उपयोग करते हैं। हम उन पर चलते हैं या उन पर अपने वाहन चलाते हैं। हम उनके पार जाते हैं या उनके साथ फुटपाथों पर चलते हैं। भारत के शहरों में, सड़कों के किनारे फुटपाथ हैं।
उन पर चलने वालों को पैदल यात्री कहा जाता है। यदि हम चल रहे हैं तो फुटपाथों का उपयोग करना सुरक्षित है। बड़े शहरों की सड़कें बहुत व्यस्त हैं। वे बसों, ट्रकों, कारों, तिपहिया वाहनों, मोटरसाइकिल, स्कूटर, साइकिल, आदि जैसे सभी प्रकार के वाहनों के साथ भीड़ रहती हैं।
धीमी गति से चलती बैलगाड़ी, घोड़ा गाड़ी, आदि भी देखे जा सकते हैं। ऐसी सड़कों पर चलना या वाहन चलाना हमेशा जोखिम भरा होता है। लोग जल्दबाजी में सड़क के नियमों की अनदेखी करते हैं और दुर्घटना का कारण बनते हैं।
हर दिन इस तरह के हादसों में बहुत सारे लोग मारे जाते हैं या घायल हो जाते हैं। सड़क के नियमों का पालन करने के लिए दुर्घटनाओं से बचने का सबसे अच्छा तरीका, सड़क सुरक्षा नियमों पालन करना चाहिए।
सड़क सुरक्षा सप्ताह
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार द्वारा प्रतिवर्ष रोड सेफ्टी वीक मनाया जाता है। देश भर में लोगों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से यह सप्ताह मनाया जाता हैं।
अन्य देशों के मुकाबले भारत में परिवहन के साधनों और पैदल यात्रियों की संख्या अधिक है ऐसे में समाज में सुरक्षा के उपायों की जानकारी होना जरुरी है।
सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान ट्रेफिक पुलिस, सामाजिक संगठनों और स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा जन जागरूकता के लिए पोस्टर नारे स्लोगन आदि का प्रयोग किया जाता हैं। ताकि जन जन तक सड़क पर चलते समय लोगों को सावधानी बरतने के लिए प्रेरित किया जा सके।
सड़क सुरक्षा के नियम
क्या आप सड़क के नियमों को जानते हैं? क्या आप हमेशा उनकी बात मानते हैं? यहाँ सड़क के कुछ नियम हैं। हमें उनका अनुसरण करना चाहिए।
- चलते या वाहन चलाते समय हमेशा बाईं ओर रखें।
- सिग्नल देने से पहले बाएँ या दाएँ मुड़ें नहीं।
- जब तक सड़क साफ नहीं हो जाती है, तब तक सड़क को देखने से पहले एक बार फिर से दाईं ओर देखें। अगर सड़क साफ है तो इसे जल्दी से पार कर लें लेकिन सावधानी से।
- सड़क पार करते समय सीधे चलते हैं। इसे एक कोण पर पार न करें।
- पार करते समय भागो मत।
- ज़ेबरा क्रॉसिंग यदि कोई है, तो सड़क के पार जाने के लिए हमेशा इसका उपयोग करें। इस पर चलना अधिक सुरक्षित है।
- हमेशा ट्रैफिक लाइट की पालना करे लाल बत्ती का मतलब है रुकना। पीली रोशनी का मतलब है रुकना या हिलना। हरी बत्ती का मतलब है आगे बढ़ना। जब ट्रैफिक लाइट हरी हो जाती है, तभी आगे बढ़ना सुरक्षित होता है। यदि आप ट्रैफिक सिग्नल की अनदेखी करते हैं, तो आपको दंडित किया जा सकता है।
- ड्राइविंग करते समय या ट्रैफिक लाइट पर इंतजार करने से अनावश्यक रूप से हॉर्न नहीं बजाएं। यह दूसरों को परेशान करता है और ध्वनि प्रदूषण का कारण भी बनता है।
- यदि आप एक मोटर वाहन चला रहे हैं, तो इसे उचित गति से चलाएं बेकाबू गति खतरनाक है और दुर्घटनाओं का कारण बन सकती है।
- यदि आप मोटर साइकिल या स्कूटर चला रहे हैं या सवारी कर रहे हैं तो हमेशा हेलमेट पहनें।
- किसी भी वाहन को उसके बाईं ओर से आगे न निकालें। चालक को संकेत दें और सड़क स्पष्ट होने पर दाईं ओर से आगे निकल जाएं।
- चौराहे पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी के संकेतों का पालन करें।
- बारिश होने पर वाहन चलाने में अधिक सावधानी बरतें। सड़कें गीली और फिसलन भरी हो जाती हैं। तेज मोटर वाहनों को रोकने में अधिक समय लगता है। लोग अक्सर लापरवाह हो जाते हैं ऐसे अवसरों पर दुर्घटनाओं की संभावना बहुत अधिक होती है।
क्यों आवश्यक है सड़क सुरक्षा
हम सभी को सड़क सुरक्षा की गहरी समझ होनी चाहिए। यह वह गुण है जिसे हमें शिक्षित, सुसंस्कृत और सभ्य कहा जाना चाहिए।
हर दिन हम सुनते है हजारों लोग सड़क हादसों में अपनी जान गंवा देते है। जांच में कई बार पाया जाता है यदि यातायात के नियमों का सही ढंग से पालन किया होता तो उन दुर्घटनाओं को टाला जा सकता था।
अगर समाज का प्रत्येक सदस्य जागरूक होकर यातायात के नियमों के प्रति सजग रहे तो कई बड़ी दुर्घटनाओ को होने से पूर्व ही रोका जा सकता है। इससे बड़ी जनहानि और माल हानि से रक्षा की जा सकती है।
निष्कर्ष
आज से हम सभी निश्चय करे जब भी सड़क पर निकलेगे सुरक्षा के सभी नियमों की पालना करेगे। ऐसा करके न केवल हम अपने जीवन को बचा सकते है बल्कि और किसी का जीवन भी बचाया जा सकता है।
आमतौर पर जागरूकता के अभाव के चलते लोग लापरवाह बनते है तथा यातायात के नियमों की धज्जियां उड़ाते है। यदि समाज इन सावधानियों को गम्भीरता से ले तो दूरगामी सुखद परिणाम देखने को मिल सकते है।
सड़क यातायात और सड़क सुरक्षा पर कविता चाहिए
बहुत ही ज्यादा अच्छा निबंध है