History Quotes In Hindi (इतिहास सुविचार) : हिस्ट्री इतिहास के बारे में हम सभी जानते हैं. बीते गये पल हर लम्हा आने वाले कल के लिए इतिहास बनकर रह जाएगा.
जिसने अच्छे कर्म किये तथा सफलताएं अर्जित की उनका इतिहास स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा तथा जिन्होंने जीवन में कुछ न हासिल किया तो इतिहास के पन्नों से गायब ही रहे हैं.
एक बात इतिहास के सम्बन्ध में सर्वमान्य है कि विजेताओं द्वारा ही इसे लिखा गया है आज के लेख में हम इतिहास पर सुविचार (History Quotes Hindi) में जानेगे कि इतिहास क्या है इसका अर्थ व विद्वानों के इसके सम्बन्ध में थोट्स पढ़ेगे.
इतिहास पर सुविचार अनमोल वचन | History Quotes In Hindi

1#. इतिहास मानव के अपराधों, मूर्खताओं तथा दुर्भाग्यों की गणना – पल से अधिक कुछ ही अधिक वस्तु हैं.
2#. केवल एक स्वतंत्र देश में इतिहास भली भांति लिखा जा सकता हैं.
3#. इतिहास में विचार की केवल उथली धारा होती हैं.
4#. इतिहास केवल महान व्यक्तियों की जीवनगाथा हैं.
5#. इतिहास विगत राजनीति हैं और राजनीति वर्तमान इतिहास.
6#. इतिहास तब तक रुचिकर लगता है जब तक वह दृढ़तापूर्वक सत्य रहता हैं.
7#. इतिहास क्या हैं, केवल सहमति द्वारा निर्मित आख्यायिका.
8#. जो व्यक्ति इतिहास का निर्माण करते हैं, उनके पास इतिहास लिखने के लिए समय नही होता हैं.,
9#. वर्तमान को मूल्य एवं कर्तव्य देना- इतिहास का उपयोग हैं.
10#. इतिहास अधिकांशः झूठी और महत्वहीन घटनाओं का लेखा होता हैं जिसको घटित करने वाले अधिकांशत दुष्ट शासक और मूर्ख सैनिक होते हैं.
11#. सदैव इतिहास विजेताओं द्वारा लिखा गया हैं.
12#. इतिहास पहले त्रासदी की तरह तथा दुसरे रूप में स्वयं को मजाक की तरह दोहराता हैं.
13#. अपना भाग्य और अपना इतिहास कभी मत भूलों.
14#. हिस्ट्री में कभी भी विचार विनिमय से ठोस परिवर्तन नही निकला हैं.
15#. जो राष्ट्र अपने इतिहास की गलतियों से सबक नही लेता है उसका हस्र निश्चित हैं.
16#. हम इतिहास से ही सीखते है इतिहास हमसे कुछ नही.
17#. एक बुद्धिमान व्यक्ति भविष्य से नही इतिहास से ज्ञान प्राप्त करता हैं.
18#. इतिहास खुद को दोहराता है यही इसकी बुरी कड़ी हैं.
इतिहास पर सुविचार
हर सदी हमें यह अनुभव देती है कि इतिहास महान लोगों का लिखा जाता है। इतिहास हर पड़ाव में हकीकत का प्रारूप प्रस्तुत करता है और स्वयं को दोहराता है।
इतिहास गवाह होता है संसार में घटित घटनाओं का जो हर वक्त की हकीकत बयां कर देता है। उस वक्त के मायने बता देता है उन लम्हों की वास्तविक छवि प्रस्तुत कर देता है।
इतिहास लिखने वाले अपने व्यक्तित्व स्वरूप अनोखे माने जाते हैं वह विजेता के रूप में प्रसिद्ध होते हैं। एक विजेता ही प्रतीक होता है कि इतिहास कैसे रचता है व अपना अनूठा रूप प्रस्तुत करता है।
इतिहास वो सच्चाई है जो बीते कल की गवाही देती है और कई आयाम प्रस्तुत करती है ताकि भविष्य में बदलाव किए जा सकें। इतिहास के माध्यम से ही क्रांति लाई जा सकती है।
इतिहास का ही उदाहरण प्राप्त कर मनुष्य अपने भविष्य का सपना संजोता है और अपने भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए अग्रसर रहता है।
इतिहास हमें आगाह करता है आने वाली जिंदगी के प्रति और अपने अनुरूप ढालने की ओर प्रेरित करता है। इतिहास भविष्य के प्रति इशारा होता है कि बदलाव ज़रूरी हैं।
इतिहास के पन्नों में अनेक महापुरुषों के व्यक्तित्व के आदर्श स्वरूप की गाथा मिलती हैं जो सीख स्वरूप मनुष्य को अपने वर्तमान और भविष्य को सुनहरा बनाने का अवसर प्रदान करती हैं।
मनुष्य को कभी अपना इतिहास नहीं भूलना चाहिए क्योंकि वही जीवन का आधार दिखाते हैं एक प्रारूप हमारे समक्ष प्रस्तुत करते हैं। इतिहास की सत्ता ही हमें आने वाली सत्ता के प्रति ललक उत्पन्न करती है।
दुनिया में इतिहास महान लोग ही लिखते हैं जो उसका निर्माण भी करते हैं। अपने इतिहास के मध्य अपने भाग्य को कभी भूला नहीं जा सकता है बल्कि अपना भाग्य निर्मित किया जाता है।
मनुष्य अपने भविष्य की रूपरेखा जानना चाहता है तो इतिहास के बारे में जानकर पता कर सकता है।
इतिहास के पन्नों को ही पढ़कर उसकी हकीकत के दर्शन होते हैं।
इतिहास की ढृढ़ता इतिहास की सच्चाई में निहित होती है। इतिहास का सच्चा स्वरूप ही भविष्य की सही रूपरेखा का आभास कराता है।
मनुष्य को अक्सर सही सबक अपने इतिहास से मिलते हैं क्योंकि बीता हुआ कल बीते हर लम्हें की घटित बातों की सूची होती है।
समय हमारे समक्ष हर काल के विभिन्न संदर्भ प्रस्तुत करता है। इतिहास बीते कल की सुखानुभूति का पक्ष सामने रखता है तो वर्तमान आशा की अनुभूति कराता है और भविष्य आने वाले कल की ओर अग्रसर करता है। देखा जाए तो इतिहास हर काल के लिए महत्वपूर्ण कड़ी का काम करता है।
इतिहास का वास्तविक स्वरूप आज़ाद देश द्वारा ही प्रस्तुत किया जा सकता है जो इतिहास के अनेक पड़ावों को आज़ाद रूप से प्रदर्शित करता है। आज़ादी इतिहास की देन है जो वर्तमान में आज़ाद स्वरूप जीने दे रही है वरना तो ज़िन्दगी गुलाम ही थी।
इतिहास सामान्य से विशिष्ट की पराकाष्ठा करता है एवं विशेष रूप ही इतिहास का रूप प्रस्तुत करते हैं।
बिता हुआ स्वरूप जो विशिष्ट बातों की रूपरेखा प्रस्तुत करता है इतिहास का संदर्भ समक्ष लाता है।
इतिहास का सही रूप अपनाना वर्तमान की ज़िम्मेदारियों को एवं दायित्व को पूर्ण करने में सहायक होता है।
इतिहास लिखा जाता है तभी इतिहास का निर्माण होता है मात्र विचार-विमर्श इतिहास नहीं बनाते हैं।
इतिहास विशिष्ट होता है तभी इतिहास कहलाता है वरना सामान्य रूप से कही गईं बातें परवान नहीं चढ़ती हैं।
किसी भी देश की उन्नति उसके इतिहास पर निर्भर करती है, इतिहास को जान कर और समझ कर वर्तमान को सुनहरा व भविष्य को नया रूप प्रदान करती है।
मनुष्य अपने बीते कल से सीख प्राप्त कर ही आने वाले कल की नींव कायम कर सकता है। भविष्य को सुनहरा इतिहास ही बनाता है।
इतिहास मनुष्य में भविष्य के प्रति जोश जगाता है। मनुष्य की सकारात्मकता इतिहास को भविष्य की उन्नति के लिए सबक स्वरूप ग्रहण करती है।
इतिहास लिख चुका है बदल नहीं सकता है सिर्फ सबक दे सकता है जिससे भविष्य में परिवर्तन लाया जा सकता है।
इतिहास अगर पक्की दृढ़ता से स्थापित है तो मिटाया नहीं जा सकता है बल्कि भविष्य में नए स्वरूप के रूप में बदलाव लाया जा सकता है।
इतिहास के पन्नों में उसकी विचित्रता प्रदर्शित होती है एवं सुंदर अनुभूति होती है।
इतिहास रुचिकर लगता है अगर वर्तमान की रूपरेखा के वास्तविक दर्शन करा देता है।
मनुष्य की सकारात्मकता हमेशा इतिहास से सीख प्राप्त कर अपना जीवन निखारती है।
मनुष्य संसार में कुछ विशिष्ट कर इतिहास की रचना करता जाता है।
इतिहास में कितने महान लोगों की गाथा मिलती है जो इतिहास की विशिष्ट घटनाओं की जानकारी देते हैं एवं लोगों के विशेष रूप को दर्शाते हैं।
इतिहास कोई सामान्य अर्थ तक सीमित नहीं बल्कि अथाह अर्थ के साथ भावाभिव्यक्ति प्रस्तुत करता है।
मनुष्य को अपने जीवन में इतिहास द्वारा प्रेरणा मिलती है।
मनुष्य को अपने जीवन में ऐसा कुछ करना चाहिए जो इतिहास के पन्नों पर स्वर्ण अक्षरों से लिखा जाए।
मनुष्य जीवन हार कर नहीं बल्कि अपने हौसलों से आगे बढ़ता है तभी तो कुछ इतिहास रचने के प्रति अग्रसर होता है।
इतिहास को अगर महान पुरुष रचते हैं तो इतिहास को सभी पढ़ते हैं।
जो लोग अपने भाग्य को अपने दम पर बनाते हैं वह इतिहास की रचना करते हैं।
इतिहास लिखने वाले लोग अपने कर्मों के बलबूते पर इतिहास लिख लेते हैं वो परिणाम से ज्यादा कर्मों पर ध्यान देते हैं।
सिर्फ सोचने वाले इतिहास नहीं लिखते हैं बल्कि सोचकर कार्य को अंजाम देकर विशेष रूप बना देने वाले इतिहास रचते हैं।
इतिहास में बहुत कुछ ऐसा होता है जो विवादित होता है जो वर्तमान को सुधारने की सीख देता है जिससे भविष्य खुशहाल हो जाए।
इतिहास की महत्ता उसकी सत्यता से परिलक्षित होती है।
इतिहास में परिवर्तन लाना है तो विचारों को कार्यान्वित स्वरूप देना होता है अन्यथा सिर्फ बातों से इतिहास नहीं रचा जाता है।
इतिहास को भूलने की भूल नहीं करनी चाहिए क्योंकि इतिहास ही हमें हमारे भूतकाल की महत्वपूर्ण जानकारी से इत्तेफाक कराता है और वर्तमान व भविष्य के लिए सीख स्वरूप मार्ग अग्रसर करता है।
इतिहास पुनः दोहराया जाता है बस स्वरूप भिन्न होता है।
इतिहास का ज्ञान दुनिया को समझने में सहायक सिद्ध होता है इसलिए इतिहास का ज्ञान जीवन सक्रियता प्रदान करता है।
इतिहास स्वर्णिम अक्षरों से लिखा गया है क्योंकि अनेक महान लोगों ने अपने कर्मों से देश को ऊँचा उठाया और धरती माँ का सम्मान बनाए रखा। अपने देश की खातिर वीरगति को प्राप्त हो गए और हँसते-हँसते फाँसी की सूली पर चढ़ गए।
इतिहास गवाह है कि कितने महापुरुषों ने इस दुनिया में अनेक कुरीतियों को जड़ से खत्म किया और अनेक कर्म ऐसे किए जो आदर्श बन गए।
इतिहास यूँ ही पन्नों पर अंकित नहीं होता है अपनी सोच को नया आयाम देना होता है और कार्यरत स्वरूप प्रदान कर व्यवहारिक स्वरूप देना होता है।
भारत देश का इतिहास इतना महत्वपूर्ण रहा है कि गर्व होने के साथ-साथ कोटि कोटि प्रणाम की भावना आती है।
वीरों की याद इतिहास को स्वर्णिम रूप देती है जो कभी भुलाए नहीं जा सकते हैं बल्कि दिलों में अमर रहते हैं।
इतिहास हमें यह सीख देती है कि सफलता का असली स्वरूप प्राप्त करने के लिए कितना त्याग करना पड़ता है।
नई पीढ़ी को वर्तमान इतना सुदृढ़ बनाना चाहिए, नया कीर्तिमान स्थापित करना चाहिए कि इतिहास बन जाए और भविष्य के लिए स्वर्णिम अक्षरों से लिखा जाए।