Gokul Lal Asawa Biography In Hindi | गोकुल लाल असावा का जीवन परिचय भारतीय स्वतंत्रता इतिहास में राजस्थान के क्रांतिकारियों में असावा बड़े कांग्रेस नेता और स्वतंत्रता सेनानी थे.
इन्होने दक्षिण राजस्थान की रियासतों के एकीकरण में अहम भूमिका निभाई. राजस्थान निर्माण के बाद बाद ये कांग्रेस की वर्किंग कमेटी के सदस्य भी रहे. भारत की आजादी के संग्राम में ये करीब चार बार जेल भी गये.
गोकुल लाल असावा का जीवन परिचय | Gokul Lal Asawa Biography In Hindi

नाम | गोकुललाल असावा |
जन्म | 2 अक्टूबर , 1901 |
जन्म भूमि | टोंक जिले के देवली |
शिक्षा | हिन्दू विश्वविधालय से बी.ए. व दर्शनशास्त्र में एम.ए. |
अध्यापन | हर्बर्ट कॉलेज |
व्यवसाय | स्वतंत्रता सेनानी |
जेल यात्रा | 1930 से 32 के बीच में चार बार |
निधन | 20 नवम्बर , 1981, जयपुर |
गोकुल लाल असावा का जन्म 2 अक्टूबर 1901 को देवली के एक माहेश्वरी परिवार में हुआ. इनकी प्रारम्भिक शिक्षा शाहपुरा के मिडिल स्कूल में हुई.
1926 ई में बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से बी ए और 1928 ई में दर्शनशास्त्र में एम ए किया. इसके बाद इन्होंने कोटा के हावर्ड कॉलेज में अध्यापन कार्य शुरू किया, किन्तु राष्ट्रीय गतिविधियों को देखकर उन्हें कॉलेज सेव से पृथक् कर दिया गया.
इसके बाद असावा कोटा से अजमेर आ गये. 1930 से 1932 ई के बीच इन्हें चार बार जेल जाना पड़ा. गोकुल लाल असावा का अधिकाँश समय अजमेर में ही व्यतीत हुआ. और अजमेर कांग्रेस के माध्यम से इन्होने अपने आपकों देश के लिए समर्पित कर दिया.
असावा 1930 से 1946 ई तक लगातार चार बार मेरवाड़ा प्रांतीय कांग्रेस कमेटी की व्यवस्थापिका सभा के सदस्य रहे. और राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्माण के बाद असावाजी 1951 ई तक उसकी कार्यकारिणी के सदस्य रहे. 1952 ई के बाद उन्होंने अपने आपकों राजनीति से प्रथक कर लिया.
वह उन लोगों में से एक हैं जो शायद कांग्रेस के विशेष सेवक कहलाते हैं। उनका नाम उनके शानदार बलिदानों के लिए लंबे समय तक कृतज्ञतापूर्वक स्मरण में रखा जाएगा।
राजस्थान संघ या एकीकरण के समय प्रधानमंत्री बने तब इनका संबंध किस रियासत से है
Kota se
शाहपुरा